आँखों की देखभाल के लिए उपाय
वो आँखें ही हैं जो हमारी ख़ूबसूरती में चार चाँद लगाती हैं और इनसे ही इस ख़ूबसूरत दुनिया को देख पाते हैं। यानि आँख नहीं, तो कुछ नहीं। इसलिर ज़रूरी है कि आँखों की देखभाल की जाए ताकि हमेशा इस ख़ूबसूरत दुनिया का दीदार कर सकें और आपकी ख़ूबसूरती भी बनी रहे।
आजकल कम्प्यूटर पर लगातार काम करने के कारण भी हमारी आँखें बहुत प्रभावित होती हैं। इसलिए इस प्रभाव से बचने के लिए आँखों की ख़ास देखभाल करना बेहद ज़रूरी है। ताकि आँखों की रोशनी और ख़ूबसूरती दोनों बरक़रार रहे।
आई सिंड्रोम से बचाव | Dry Eye Syndrome
कई घंटों तक कम्प्यूटर पर लगातर काम करती रहती हैं, जिससे आँखों पर काफ़ी असर पड़ता हैं। टीवी, कम्प्यूटर और एयर कंडीशनर के बढ़ते उपयोग के कारण ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या लगातार बढ़ती जा रही हैं। जिसके कारण आँखों में आँसू कम बनने लगते हैं और आँखों की गुणवत्ता में भी कमी आने लगती है। आँसू, आँख के कार्निया एंव कंजकटिवा को नम एंव गीला रखकर उसे सूखने से बचाती हैं। आँसू की कमी से कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जैसे आँखों में जलन, चुभन महसूस होना, सूखा लगना, खुजली होना, भारीपन, आँखों में लाली होना आदि समस्या महसूस होने लगती है। कम्प्यूटर पर काम करते समय हर आधे घंटे के बाद 5 से 10 मिनट के लिए नज़र स्क्रीन से ज़रूर हटा लें और हर एक घंटे के बाद आँखों को 5 से 10 मिनट के लिए आराम ज़रूर दें। कम्प्यूटर पर काम करते समय पलकों को लम्बे समय तक स्क्रीन पर न ठहराएं। उन्हें बीच बीच पर झपकाते रहें। इससे आँखों के आँसू फैलते हैं, आँखों की नमी बनी रहती हैं और वे सूखेपन से बची रहती हैं।
1.आँखों में नमी बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पानी पिएं और जूस का भी सेवन करें।
2.आधुनिक शोधों के अनुसार ग्रीन टी आँखों के लिए बहुत फ़ायदेमंद हैं। इसमें केटेचिंस नामक एंटीआक्सीडेंटस होते हैं, जो आँखों की रक्षा करते हैं।
3.आँखों की देखभाल के लिए योग और प्राणायाम करें। विशेष रूप से अनुलोम विलोम और प्राणायाम करें, क्योंकि ये नाज़ुक आँखों के लिए बेस्ट रिज़ल्ट लाता है।
4.बादाम या जैतून के तेल से आँखों के आस पास हल्के हल्के हाथों से मालिश करें, क्योंकि इससे रक्त संचार ठीक रहता है और आँखों की थकान भी कम होती है। साथ ही आँखों को बेहद राहत भी महसूस होती है।
5.आँखों में दर्द हो रहा हो तो पहले उन्हें हल्के गुनगुने पानी से धो लें, फिर ठंडे पानी से धोयें। इससे आँखों का रक्त संचार बढ़ेगा और आँखों को आराम मिलेगा।
6.गुलाब जल में नींबू की कुछ बूंदे मिलाकर आँखों में 2 2 बूंद डालें तो इससे भी आँखों को ठंडक मिलेगी
7.आप कम्प्यूटर पर काम करते समय कम्प्यूटर की स्क्रीन से आँखों की दूरी 20 से 30 इंच रखें और टीवी के सामने बैठें तो टीवी को कम से कम 35 मीटर दूरी रखें। ताकि आपकी आँखों पर इन हानिकारक किरणों का कम प्रभाव पड़े।
8.अपनी आँखों की सुरक्षा के लिए कम्प्यूटर पर कामकरने से पहले एंटी ग्लेयर आई ग्लासेज पहनें, ताकि कम्प्यूटर की हानिकारक किरणों से आपकी आँखे सुरक्षित रहें।
9.काजल या सुरमा आदि में कार्बन के कण होते हैं जो कार्निया और कंजकटिवा पर खरोंच डाल सकते हैं। इसलिए इनका इस्तेमाल आँखों के बाहर करें, अंदर नहीं।
10.त्रिफला के पानी से आँखे धोने से आँखों की रोशनी से बढ़ती है।
11 सुबह नंगे पैर घास पर मॉर्निंग वाक करने से आँखों की रोशनी बढ़ती है, इसलिए अगर आप मॉर्निंग वाक नहीं करते हैं तो अपनी नाज़ुक आँखों की देखभाल के लिए इसे करना शुरु कर दें।
12आँखों को पूरा आराम देने के लिए आपको कम से कम 8 घंटे की नींद ज़रूर पूरी करें, इससे आपको फ़्रेशनेस महसूस होगी।
13बादाम, सौफ़ और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें और फिर इस पाउडर को 1 चम्मच रात में सोते समय दूध के साथ लेने पर आँखों की रोशनी बढ़ती है।
आप इन उपायों को अपनाकर अपनी आँखों की देखभाल कीजिए और आँखों की रोशनी के साथ साथ आँखों की ख़ूबसूरती भी बनी रहे।
आँखों की देखभाल करने का आसान तरीका 1.नमक और पानी का इस्तेमाल – दोस्तों आँखों को स्वस्थ रखने में नमक और पानी का बड़ा योगदान होता है आपको बताये की अगर किसी की आँखों में जलन हो या दर्द हो तो आप पानी में नमक मिलाकर उसे उबाल ले | अब इस पानी को ठंडा होने दे और जब पानी ठंडा हो जाये तो इस पानी से अपने आँखों की अच्छे से धुलाई करे | ऐसा करने से आपकी आँखे स्वस्थ रहेगी और इस तरह से आप अपनी आँखों की देखभाल कर सकते है | आप अपनी आँख को पानी से धो कर भी स्वस्थ रख सकते है जैसे आप सुबह उठकर अपनी आँख को पानी से अच्छे से धुलाई करे और छीटे से भी रहत मिल सकता है |
2.आंवले का इस्तेमाल – दोस्तों आप अपनी आँख को आंवले के सेवन से भी स्वस्थ रख सकते है अगर सुबह आप १ आंवले का सेवन नियमित रूप से करे तो बहुत फायदा हो सकता है | आंवले में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमारे सरीर के लिए बहुत लाभदायक होते है इसलिए सभी को इसका सेवन जरूर करना चाहिए | हम सभी जानते है की आंवले में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हमारी आँखों के लिए फायदेमंद होता है |
3.योग से आँखों की देखभाल – हम अपनी आँखों की देखभाल योग और व्यायाम से भी कर सकते है अगर हम रोज सुबह प्राडायाम करे और नंगे पाँव चले तो हमारी आँखे स्वस्थ रह सकती है इसलिए सभी को नियमित रूप से योग जरूर करना चाहिए | और अगर आप रोज सुबह हरी घास में ओश में नंगे पाँव चले तो आपकी आँखे स्वस्थ रह सकती है |
4.सरसों तेल – आपको बताये की आप अपनी आँखों को सरसों के तेल के इस्तेमाल से भी स्वस्थ रख सकते है अगर किसी की आँखों में दर्द हो या जलन हो तो आपको आसान सा तरीका बताये की आप रोज शाम को सोते समय अपने पैर के तलवे में सरसों के तेल से मालिश करे और लगा ले ऐसा करने से आपकी आँखे स्वस्थ रह सकती है और बहुत लाभ हो सकता है |
5.हरी सब्जियों का इस्तेमाल – हम सभी लोग अगर रोज हरी सब्जियों का सेवन करे तो इससे भी अपनी आँखों को स्वस्थ रखा जा सकता है और अगर आप अपने खान पान पर ध्यान देंगे तभी अपने सरीर को स्वस्थ रख सकते है इसलिए सभी को हरी सब्जी और हरे साग का सेवन जरूर करना चाहिए |
6.अगर आप तांबे के बर्तन में पानी को रात में रखकर सुबह उसका सेवन करे तो बहुत फायदा हो सकता है और ऐसा करने से आपका पेट भी सही रहेगा
8.जब भी आप अपनी आँखों की धुलाई करे तो कुछ बातो का जरूर ध्यान रखे जैसे की आप जब भी धुले तो तेज आँखों को न रगड़े छीट्टा जरूर मारे ऐसा करने से आपकी आँखे स्वस्थ रह सकती है |
9.समय समय पर TV, laptop, और mobile का इस्तेमाल करे और जहा तक हो सके दूर से इन सभी चीज़ों का इस्तेमाल करे तो बहुत फायदा होगा |
10.कभी भी आप बाहर निकले या धुप में निकले तो चश्मे और अगर गाड़ी चलाये तो हेल्मेड का इस्तेमाल जरूर करे इससे आपकी आँख तो सुरक्षित रहेगी साथ ही आप भी सुरक्षित रह सकते है |
11. अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें इस से आंखों की कमजोरी दूर हो जाएगी।
रोजाना आंवले के पानी से आंखें धोने से या गुलाबजल डालने से आंखें हमेशा स्वस्थ रहती है।
12. बादाम (badam) की गिरी, बड़ी सौंफ व मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिला लें। रोज इस मिश्रण को एक चम्मच समान मात्रा में एक गिलास दूध के साथ रात को सोने से पहले लें।
13.कान के पीछे कनपटी पर गाय के घी की हल्के हाथ से रोजाना कुछ देर मसाज (Massage) करने से भि आंखों की रोशनी बढ़ती है
14.रात्रि में सोते समय अरण्डी का तेल या शहद (Honey) आंखों में डालने से आंखों की सफेदी बढ़ती है जिस से और खुल के दिखता है।
15रोजाना दिन में कम से कम दो बार अपनी आंखों पर ठंडे पानी के छींटे जरूर मारें इस से आंखों कि गर्मी खत्म हो जाती है। रात को त्रिफला (हरड़, बहेड़ा व आंवला) को भिगोकर सुबह उस पानी से आंखे धोने से आंखों की बीमारियां (Infection of Eyes) दूर होती है व ज्योति बढ़ती है।
17.एक चम्मच पानी में एक बूंद नींबू का रस डालकर उस पानि कि दो-दो बूंद करके आंखों में डालें। इससे आंखें हमेशा स्वस्थ रहती है।
18.आंखों पर चोट लगी हो, जल गई हो, मिर्च मसाला गिरा हो, कोई कीड़ा गिर गया हो, आंख लाल हो, तो दूध गर्म (Hot Milk) करके उसमें रूई का फुआ डालकर ठंडा करके आंखों पर रखने से बहुत लाभ मिलता है।
19 ठंडी ककड़ी या कच्चे आलू की स्लाइस (Slices) काटकर दस मिनट तक आंखों पर रखें ठंडक मिलेगी। पानी अधिक से अधिक पीएं। पानी कि कमी से आंखों पर सूजन दिखाई देती हैं। सोने से 3 घंटे पहले भोजन करना चाहिए। ऐसा करने से आंखे और सेहत स्वस्थ रहती हैं।
20. गुलाब जल (Rose Water) का फोहा आंखों पर पर एक घंटा बांधने से गर्मी से होने वाली परेशानी में आराम मिलता है।
21.तुलसी के पत्तों का दो-दो बूंद रस 14 दिन तक आंखों में डालने से रतौंधी नामक रोग में लाभ मिलता है। इस प्रयोग से आंखों का पीलापन भी मिटता है।
22. केला, गन्ना खाना आंखों के लिए फ़ायदेमंद होते है। गन्ने का रस पीएं। एक नींबू एक गिलास पानी में पीते रहने से जीवन भर नेत्र ज्योति बनी रहती है
भैंगापन
अगर छ महीने के किसी बच्चे के एक आंख कि पुतली आंख के बीच में न हो – दाएँ या बाएं हो तो वह गलत दिशा में देखेगा। ऐसे बच्चे भेंगे हो जाते हैं। डाक्टरी इलाज से ही इसमें सुधर लाया जा सकता है।
जरूरत है कि बचपन में बच्चों के आँखों कि डाक्टरी जांच होनी चाहिए
मोतियाबिन्द
आँखों का पीछे वाला हिस्सा धुंधला हो जाता है।
यह रोग बुढ़ापे में होता है। ऑपरेशन करने के बाद इस रोग में सुधार होता है।
रतौंधी
यह रोग एक – पांच साल के बच्चों में बहुत होता है। यह रोग खान-पान ठीक न रहने (विटामिन ए की कमी) से होता है। रात में दिखाई नहीं देने वालों रोग रतौंधी होता है। यदि शुरू में ही इलाज शुरू हो जाता है तो रोग ठीक हो जाता है नहीं तो बच्चा अंधा भी हो सकता है।
लक्षण
शुरू में बच्चा अंधेरे में उतनी अच्छी तरह से नहीं देख पाता हैधीरे-धीरे आंखे सूखने लगती हैआँखों का सफेद हिस्सा अपना रंग खोने लगता हैआखिर में आँखों पर झुरियां पड़ने लगती हैजैसे-जैसे रोग बढ़ता है आँखों की सूखापन बढ़ता जाता है, उनमें छोटे-छोटे गड्डे भी बन जाते हैंजल्दी ही साफ सफेद हिस्सा नरम पड़ने लगता हैवह फूल जाता है और फट भी सकता हैबच्चे को दस्त काली-खांसी या टी.बी. हो सकता है
सभी बीमार और कम वजन वाले बच्चों की आँखों की जांच करवाएं
बचाव और उपचार :
विटामिन ए वाले भोजन का अधिक इस्तेमाल करें- पपीता, गाजर, कुम्हरा, आम, टमाटरहरी साग भी खूब खाएंबच्चों को हर महीने विटामिन ए का घोल मुहं से पिलाएं। डाक्टर से अलग-अलग उम्र के लिए खुराक पूछ लें।बच्चों को दो साल तक माँ अपना दूध पिलाएं
vandana
वो आँखें ही हैं जो हमारी ख़ूबसूरती में चार चाँद लगाती हैं और इनसे ही इस ख़ूबसूरत दुनिया को देख पाते हैं। यानि आँख नहीं, तो कुछ नहीं। इसलिर ज़रूरी है कि आँखों की देखभाल की जाए ताकि हमेशा इस ख़ूबसूरत दुनिया का दीदार कर सकें और आपकी ख़ूबसूरती भी बनी रहे।
आजकल कम्प्यूटर पर लगातार काम करने के कारण भी हमारी आँखें बहुत प्रभावित होती हैं। इसलिए इस प्रभाव से बचने के लिए आँखों की ख़ास देखभाल करना बेहद ज़रूरी है। ताकि आँखों की रोशनी और ख़ूबसूरती दोनों बरक़रार रहे।
आई सिंड्रोम से बचाव | Dry Eye Syndrome
कई घंटों तक कम्प्यूटर पर लगातर काम करती रहती हैं, जिससे आँखों पर काफ़ी असर पड़ता हैं। टीवी, कम्प्यूटर और एयर कंडीशनर के बढ़ते उपयोग के कारण ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या लगातार बढ़ती जा रही हैं। जिसके कारण आँखों में आँसू कम बनने लगते हैं और आँखों की गुणवत्ता में भी कमी आने लगती है। आँसू, आँख के कार्निया एंव कंजकटिवा को नम एंव गीला रखकर उसे सूखने से बचाती हैं। आँसू की कमी से कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जैसे आँखों में जलन, चुभन महसूस होना, सूखा लगना, खुजली होना, भारीपन, आँखों में लाली होना आदि समस्या महसूस होने लगती है। कम्प्यूटर पर काम करते समय हर आधे घंटे के बाद 5 से 10 मिनट के लिए नज़र स्क्रीन से ज़रूर हटा लें और हर एक घंटे के बाद आँखों को 5 से 10 मिनट के लिए आराम ज़रूर दें। कम्प्यूटर पर काम करते समय पलकों को लम्बे समय तक स्क्रीन पर न ठहराएं। उन्हें बीच बीच पर झपकाते रहें। इससे आँखों के आँसू फैलते हैं, आँखों की नमी बनी रहती हैं और वे सूखेपन से बची रहती हैं।
1.आँखों में नमी बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पानी पिएं और जूस का भी सेवन करें।
2.आधुनिक शोधों के अनुसार ग्रीन टी आँखों के लिए बहुत फ़ायदेमंद हैं। इसमें केटेचिंस नामक एंटीआक्सीडेंटस होते हैं, जो आँखों की रक्षा करते हैं।
3.आँखों की देखभाल के लिए योग और प्राणायाम करें। विशेष रूप से अनुलोम विलोम और प्राणायाम करें, क्योंकि ये नाज़ुक आँखों के लिए बेस्ट रिज़ल्ट लाता है।
4.बादाम या जैतून के तेल से आँखों के आस पास हल्के हल्के हाथों से मालिश करें, क्योंकि इससे रक्त संचार ठीक रहता है और आँखों की थकान भी कम होती है। साथ ही आँखों को बेहद राहत भी महसूस होती है।
5.आँखों में दर्द हो रहा हो तो पहले उन्हें हल्के गुनगुने पानी से धो लें, फिर ठंडे पानी से धोयें। इससे आँखों का रक्त संचार बढ़ेगा और आँखों को आराम मिलेगा।
6.गुलाब जल में नींबू की कुछ बूंदे मिलाकर आँखों में 2 2 बूंद डालें तो इससे भी आँखों को ठंडक मिलेगी
7.आप कम्प्यूटर पर काम करते समय कम्प्यूटर की स्क्रीन से आँखों की दूरी 20 से 30 इंच रखें और टीवी के सामने बैठें तो टीवी को कम से कम 35 मीटर दूरी रखें। ताकि आपकी आँखों पर इन हानिकारक किरणों का कम प्रभाव पड़े।
8.अपनी आँखों की सुरक्षा के लिए कम्प्यूटर पर कामकरने से पहले एंटी ग्लेयर आई ग्लासेज पहनें, ताकि कम्प्यूटर की हानिकारक किरणों से आपकी आँखे सुरक्षित रहें।
9.काजल या सुरमा आदि में कार्बन के कण होते हैं जो कार्निया और कंजकटिवा पर खरोंच डाल सकते हैं। इसलिए इनका इस्तेमाल आँखों के बाहर करें, अंदर नहीं।
10.त्रिफला के पानी से आँखे धोने से आँखों की रोशनी से बढ़ती है।
11 सुबह नंगे पैर घास पर मॉर्निंग वाक करने से आँखों की रोशनी बढ़ती है, इसलिए अगर आप मॉर्निंग वाक नहीं करते हैं तो अपनी नाज़ुक आँखों की देखभाल के लिए इसे करना शुरु कर दें।
12आँखों को पूरा आराम देने के लिए आपको कम से कम 8 घंटे की नींद ज़रूर पूरी करें, इससे आपको फ़्रेशनेस महसूस होगी।
13बादाम, सौफ़ और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें और फिर इस पाउडर को 1 चम्मच रात में सोते समय दूध के साथ लेने पर आँखों की रोशनी बढ़ती है।
आप इन उपायों को अपनाकर अपनी आँखों की देखभाल कीजिए और आँखों की रोशनी के साथ साथ आँखों की ख़ूबसूरती भी बनी रहे।
आँखों की देखभाल करने का आसान तरीका 1.नमक और पानी का इस्तेमाल – दोस्तों आँखों को स्वस्थ रखने में नमक और पानी का बड़ा योगदान होता है आपको बताये की अगर किसी की आँखों में जलन हो या दर्द हो तो आप पानी में नमक मिलाकर उसे उबाल ले | अब इस पानी को ठंडा होने दे और जब पानी ठंडा हो जाये तो इस पानी से अपने आँखों की अच्छे से धुलाई करे | ऐसा करने से आपकी आँखे स्वस्थ रहेगी और इस तरह से आप अपनी आँखों की देखभाल कर सकते है | आप अपनी आँख को पानी से धो कर भी स्वस्थ रख सकते है जैसे आप सुबह उठकर अपनी आँख को पानी से अच्छे से धुलाई करे और छीटे से भी रहत मिल सकता है |
2.आंवले का इस्तेमाल – दोस्तों आप अपनी आँख को आंवले के सेवन से भी स्वस्थ रख सकते है अगर सुबह आप १ आंवले का सेवन नियमित रूप से करे तो बहुत फायदा हो सकता है | आंवले में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमारे सरीर के लिए बहुत लाभदायक होते है इसलिए सभी को इसका सेवन जरूर करना चाहिए | हम सभी जानते है की आंवले में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हमारी आँखों के लिए फायदेमंद होता है |
3.योग से आँखों की देखभाल – हम अपनी आँखों की देखभाल योग और व्यायाम से भी कर सकते है अगर हम रोज सुबह प्राडायाम करे और नंगे पाँव चले तो हमारी आँखे स्वस्थ रह सकती है इसलिए सभी को नियमित रूप से योग जरूर करना चाहिए | और अगर आप रोज सुबह हरी घास में ओश में नंगे पाँव चले तो आपकी आँखे स्वस्थ रह सकती है |
4.सरसों तेल – आपको बताये की आप अपनी आँखों को सरसों के तेल के इस्तेमाल से भी स्वस्थ रख सकते है अगर किसी की आँखों में दर्द हो या जलन हो तो आपको आसान सा तरीका बताये की आप रोज शाम को सोते समय अपने पैर के तलवे में सरसों के तेल से मालिश करे और लगा ले ऐसा करने से आपकी आँखे स्वस्थ रह सकती है और बहुत लाभ हो सकता है |
5.हरी सब्जियों का इस्तेमाल – हम सभी लोग अगर रोज हरी सब्जियों का सेवन करे तो इससे भी अपनी आँखों को स्वस्थ रखा जा सकता है और अगर आप अपने खान पान पर ध्यान देंगे तभी अपने सरीर को स्वस्थ रख सकते है इसलिए सभी को हरी सब्जी और हरे साग का सेवन जरूर करना चाहिए |
6.अगर आप तांबे के बर्तन में पानी को रात में रखकर सुबह उसका सेवन करे तो बहुत फायदा हो सकता है और ऐसा करने से आपका पेट भी सही रहेगा
8.जब भी आप अपनी आँखों की धुलाई करे तो कुछ बातो का जरूर ध्यान रखे जैसे की आप जब भी धुले तो तेज आँखों को न रगड़े छीट्टा जरूर मारे ऐसा करने से आपकी आँखे स्वस्थ रह सकती है |
9.समय समय पर TV, laptop, और mobile का इस्तेमाल करे और जहा तक हो सके दूर से इन सभी चीज़ों का इस्तेमाल करे तो बहुत फायदा होगा |
10.कभी भी आप बाहर निकले या धुप में निकले तो चश्मे और अगर गाड़ी चलाये तो हेल्मेड का इस्तेमाल जरूर करे इससे आपकी आँख तो सुरक्षित रहेगी साथ ही आप भी सुरक्षित रह सकते है |
11. अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें इस से आंखों की कमजोरी दूर हो जाएगी।
रोजाना आंवले के पानी से आंखें धोने से या गुलाबजल डालने से आंखें हमेशा स्वस्थ रहती है।
12. बादाम (badam) की गिरी, बड़ी सौंफ व मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिला लें। रोज इस मिश्रण को एक चम्मच समान मात्रा में एक गिलास दूध के साथ रात को सोने से पहले लें।
13.कान के पीछे कनपटी पर गाय के घी की हल्के हाथ से रोजाना कुछ देर मसाज (Massage) करने से भि आंखों की रोशनी बढ़ती है
14.रात्रि में सोते समय अरण्डी का तेल या शहद (Honey) आंखों में डालने से आंखों की सफेदी बढ़ती है जिस से और खुल के दिखता है।
15रोजाना दिन में कम से कम दो बार अपनी आंखों पर ठंडे पानी के छींटे जरूर मारें इस से आंखों कि गर्मी खत्म हो जाती है। रात को त्रिफला (हरड़, बहेड़ा व आंवला) को भिगोकर सुबह उस पानी से आंखे धोने से आंखों की बीमारियां (Infection of Eyes) दूर होती है व ज्योति बढ़ती है।
17.एक चम्मच पानी में एक बूंद नींबू का रस डालकर उस पानि कि दो-दो बूंद करके आंखों में डालें। इससे आंखें हमेशा स्वस्थ रहती है।
18.आंखों पर चोट लगी हो, जल गई हो, मिर्च मसाला गिरा हो, कोई कीड़ा गिर गया हो, आंख लाल हो, तो दूध गर्म (Hot Milk) करके उसमें रूई का फुआ डालकर ठंडा करके आंखों पर रखने से बहुत लाभ मिलता है।
19 ठंडी ककड़ी या कच्चे आलू की स्लाइस (Slices) काटकर दस मिनट तक आंखों पर रखें ठंडक मिलेगी। पानी अधिक से अधिक पीएं। पानी कि कमी से आंखों पर सूजन दिखाई देती हैं। सोने से 3 घंटे पहले भोजन करना चाहिए। ऐसा करने से आंखे और सेहत स्वस्थ रहती हैं।
20. गुलाब जल (Rose Water) का फोहा आंखों पर पर एक घंटा बांधने से गर्मी से होने वाली परेशानी में आराम मिलता है।
21.तुलसी के पत्तों का दो-दो बूंद रस 14 दिन तक आंखों में डालने से रतौंधी नामक रोग में लाभ मिलता है। इस प्रयोग से आंखों का पीलापन भी मिटता है।
22. केला, गन्ना खाना आंखों के लिए फ़ायदेमंद होते है। गन्ने का रस पीएं। एक नींबू एक गिलास पानी में पीते रहने से जीवन भर नेत्र ज्योति बनी रहती है
भैंगापन
अगर छ महीने के किसी बच्चे के एक आंख कि पुतली आंख के बीच में न हो – दाएँ या बाएं हो तो वह गलत दिशा में देखेगा। ऐसे बच्चे भेंगे हो जाते हैं। डाक्टरी इलाज से ही इसमें सुधर लाया जा सकता है।
जरूरत है कि बचपन में बच्चों के आँखों कि डाक्टरी जांच होनी चाहिए
मोतियाबिन्द
आँखों का पीछे वाला हिस्सा धुंधला हो जाता है।
यह रोग बुढ़ापे में होता है। ऑपरेशन करने के बाद इस रोग में सुधार होता है।
रतौंधी
यह रोग एक – पांच साल के बच्चों में बहुत होता है। यह रोग खान-पान ठीक न रहने (विटामिन ए की कमी) से होता है। रात में दिखाई नहीं देने वालों रोग रतौंधी होता है। यदि शुरू में ही इलाज शुरू हो जाता है तो रोग ठीक हो जाता है नहीं तो बच्चा अंधा भी हो सकता है।
लक्षण
शुरू में बच्चा अंधेरे में उतनी अच्छी तरह से नहीं देख पाता हैधीरे-धीरे आंखे सूखने लगती हैआँखों का सफेद हिस्सा अपना रंग खोने लगता हैआखिर में आँखों पर झुरियां पड़ने लगती हैजैसे-जैसे रोग बढ़ता है आँखों की सूखापन बढ़ता जाता है, उनमें छोटे-छोटे गड्डे भी बन जाते हैंजल्दी ही साफ सफेद हिस्सा नरम पड़ने लगता हैवह फूल जाता है और फट भी सकता हैबच्चे को दस्त काली-खांसी या टी.बी. हो सकता है
सभी बीमार और कम वजन वाले बच्चों की आँखों की जांच करवाएं
बचाव और उपचार :
विटामिन ए वाले भोजन का अधिक इस्तेमाल करें- पपीता, गाजर, कुम्हरा, आम, टमाटरहरी साग भी खूब खाएंबच्चों को हर महीने विटामिन ए का घोल मुहं से पिलाएं। डाक्टर से अलग-अलग उम्र के लिए खुराक पूछ लें।बच्चों को दो साल तक माँ अपना दूध पिलाएं
vandana
Good tips for eyes..
ReplyDeleteVery useful tips thanx
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ReplyDeleteNicePathri Ka ilaj
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